June 20, 2015
https://www.facebook.com/mehtarahulc/posts/10152857874486922
पेड इन्डियन एक्सप्रेस के अनुसार--- दिल्ली के राजपथ पर भारत सरकार द्वारा प्रायोजित आयोजन में 50,000 लोग योगा करेंगे, जिनमे से अधिकतर लोग 'मेड इन चाइना' गद्दों का इस्तेमाल करेंगे !!!
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मोदी साहेब का चेनल (दूरदर्शन) इस खबर पर खामोश क्यों है ?
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भारत सरकार के पास भारत में बने गद्दे भी नही है क्या ?
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दिल्ली में चाइनीज़ गद्दों पर योगासन !!!
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http://indianexpress.com//yoga-on-rajpath-with-help-from-/
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जब नरेन्द्र मोदी इतवार को गिनीज़ बुक ऑफ़ वर्ल्ड रेकोर्ड का दावा करेंगे, तो ज़्यादातर यौगी चाइनीज़ गद्दों पर आसन लगाए बैठे होंगे ।
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तिलक नगर की इवेंट मेनेजमेंट कंपनी 'आर्क कांसेप्ट प्राइवेट लिमिटेड' को जब 3 सप्ताह पहले इस आयोजन में सामग्री की आपूर्ति का ठेका दिया गया तो कंपनी के सामने सबसे बड़ी मुसीबत 37500 गद्दों को जुटाने की थी ।
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क्योंकि इतनी बड़ी मात्रा में गद्दे किसी एक ही शहर से जुटाना बहुत मुश्किल है, अत: कंपनी को कई छोटे-बड़े व्यापारियों के विकल्प तलाशने पड़े ।
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आयुष मंत्रालय, जो कि आयोजन का प्रबंधन कर रहा है, के उच्च अधिकारी ने कहा कि, 'ये चाईनीज गद्दे है, क्योंकि सभी कुछ अंतिम क्षणों में तय किया गया। असल में गद्दों के कंटेनर जिन्हें डीलर और सब-डीलर से होंते हुए दुकानों तक जाना था, सीधे कम्पनी के गोदाम पर पहुंचाए दिए गए'। गद्दे बेहद जरुरी थे, क्योंकि गिनीज़ बुक ऑफ़ वर्ल्ड रेकोर्ड के दावे के लिए यह आवश्यक है कि, सभी प्रतिभागी अलग-अलग गद्दों का प्रयोग करें ।
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समाधान यह है कि हम अपनी निर्माण इकाइयों का उत्पादन बढाने के लिए अच्छे कानूनों के प्रचार पर अपनी शक्ति खर्च करें, न कि इसे भारी-भरकम आयोजनों पर जिनके लिए गद्दे भी हमें आयात करने पड़ते हो ।
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https://www.facebook.com/mehtarahulc/posts/10152857874486922
पेड इन्डियन एक्सप्रेस के अनुसार--- दिल्ली के राजपथ पर भारत सरकार द्वारा प्रायोजित आयोजन में 50,000 लोग योगा करेंगे, जिनमे से अधिकतर लोग 'मेड इन चाइना' गद्दों का इस्तेमाल करेंगे !!!
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मोदी साहेब का चेनल (दूरदर्शन) इस खबर पर खामोश क्यों है ?
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भारत सरकार के पास भारत में बने गद्दे भी नही है क्या ?
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दिल्ली में चाइनीज़ गद्दों पर योगासन !!!
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http://indianexpress.com//yoga-on-rajpath-with-help-from-/
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जब नरेन्द्र मोदी इतवार को गिनीज़ बुक ऑफ़ वर्ल्ड रेकोर्ड का दावा करेंगे, तो ज़्यादातर यौगी चाइनीज़ गद्दों पर आसन लगाए बैठे होंगे ।
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तिलक नगर की इवेंट मेनेजमेंट कंपनी 'आर्क कांसेप्ट प्राइवेट लिमिटेड' को जब 3 सप्ताह पहले इस आयोजन में सामग्री की आपूर्ति का ठेका दिया गया तो कंपनी के सामने सबसे बड़ी मुसीबत 37500 गद्दों को जुटाने की थी ।
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क्योंकि इतनी बड़ी मात्रा में गद्दे किसी एक ही शहर से जुटाना बहुत मुश्किल है, अत: कंपनी को कई छोटे-बड़े व्यापारियों के विकल्प तलाशने पड़े ।
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आयुष मंत्रालय, जो कि आयोजन का प्रबंधन कर रहा है, के उच्च अधिकारी ने कहा कि, 'ये चाईनीज गद्दे है, क्योंकि सभी कुछ अंतिम क्षणों में तय किया गया। असल में गद्दों के कंटेनर जिन्हें डीलर और सब-डीलर से होंते हुए दुकानों तक जाना था, सीधे कम्पनी के गोदाम पर पहुंचाए दिए गए'। गद्दे बेहद जरुरी थे, क्योंकि गिनीज़ बुक ऑफ़ वर्ल्ड रेकोर्ड के दावे के लिए यह आवश्यक है कि, सभी प्रतिभागी अलग-अलग गद्दों का प्रयोग करें ।
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समाधान यह है कि हम अपनी निर्माण इकाइयों का उत्पादन बढाने के लिए अच्छे कानूनों के प्रचार पर अपनी शक्ति खर्च करें, न कि इसे भारी-भरकम आयोजनों पर जिनके लिए गद्दे भी हमें आयात करने पड़ते हो ।
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