November 17, 2015 No.1
https://www.facebook.com/mehtarahulc/posts/10153134175776922
अहमदाबाद निगम चुनाव (म्युनिसिपल कोर्पोरेशन इलेक्शन)- 2015
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उम्मीदवार- राहुल चिमनभाई मेहता
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चुनाव क्षेत्र= १. रानीप (चुनाव चिन्ह= प्रेशर कूकर), २. ठक्कर बापानगर (चुनाव चिन्ह= बैटरी टॉर्च)
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नमस्कार मित्रों,
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मेरा नाम राहुल चिमनभाई मेहता है. सन 1999 से लेकर अब तक मैं भारत में राइट टू रिकॉल, जूरी सिस्टम आदि जैसे उपयोगी एवं सुधारात्मक कानून लाने का प्रयास करता आ रहा हूँ. और अपने इस उद्देश्य के सम्बन्ध में अधिक से अधिक लोगों को जागरूक करने हेतु मैंने 2009 ई. से लेकर अब तक कई चुनाव भी लडे हैं.
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मेरी शैक्षणिक पृष्ठभूमि का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है- मैंने 1990 ई. में आइआइटी दिल्ली से कम्प्यूटर साइंस से बीटेक की डिग्री प्राप्त की. उसके बाद मैंने न्यू जर्सी स्टेट यूनिवर्सिटी से एमएस किया. फिर लगभग 7 साल तक मैंने अमेरिका में कॉन्ट्रैक्ट बेसिस पर नौकरी की. इस बीच अमेरिका में मैंने वहां की पुलिस, न्यायालय आदि सम्बन्धी कानूनों का अध्ययन एवं अवलोकन किया.1999 ई. में मैं भारत वापस आ गया.
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तब से लेकर अब तक मैं भारत में राइट टू रिकॉल, जूरी सिस्टम आदि जैसे उपयोगी कानून लाने का प्रयास कर रहा हूँ. इस हेतु मैंने कई चुनाव भी लडे हैं. इस बार मैं अहमदाबाद म्युनिसिपल कोर्पोरेशन इलेक्शन- 2015 में स्वतंत्र उम्मीदवार के तौर पर दो वार्डों से खड़ा हूँ. ठक्कर बापानगर से मेरा क्रमांक 12 है और चुनाव चिन्ह बैटरी टॉर्च है. रानीप से मेरा क्रमांक 14 है तथा चुनाव चिन्ह प्रेशर कूकर है.
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इस चुनाव में खड़ा होने का मेरा उद्देश्य है- “राइट टू रिकॉल पार्षद” और “राइट टू रिकॉल मेयर” का क़ानून लाना जिससे निगम में भ्रष्टाचार तथा अन्याय में कमी आएगी. मेरे द्वारा प्रस्तावित दूसरा महत्वपूर्ण कानून सुधार है- “म्युनिसिपल कर्मचारियों पर जूरी प्रणाली का प्रयोग”.
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वर्तमान समय में रानीप में ट्रैफिक और गटर सम्बन्धी समस्याएं प्रमुख हैं. ट्रैफिक की समस्या रेलवे क्रोसिंग के कारण है. इसका समाधान है रेलवे क्रोसिंग को चौड़ा करना, अंडरपास को चौड़ा करना एवं नए अंडरपास बनवाना.
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रेलवे क्रोसिंग को चौड़ा करने का कार्य मात्र 15 दिन- एक महीने के समय में पूरा हो सकता है. बावजूद इसके पिछले 500 दिनों में यह कार्य नही किया गया. कांग्रेस ने यह कार्य पिछले 6 वर्षों से नही किया. इसी प्रकार अंडरपास को चौड़ा करने का कार्य भी नही हुआ. ओवरब्रिज बनवाने में कुछ अधिक समय लग सकता है, लेकिन यह कार्य इतना भी भारी नही है कि पिछले 6- 8 वर्षों में भी न हो सका. दूसरी प्रमुख समस्या गटर लाइन की है. इसका समाधान है कि रानीप की गटर लाइन को “सुभाष ब्रिज” ओपन कैनाल के साथ जोड़ दिया जाये.
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अहमदाबाद में साबरमती नदी का बहाव उत्तर से दक्षिण की ओर है. इसका अर्थ है कि भूमि की ढलान उत्तर से दक्षिण की ओर है. इसीलिए मेरा सुझाव रानीप की गटर लाइनों को सुभाष ब्रिज” ओपन कैनाल के साथ जोड़ने का है.
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“म्युनिसिपल कर्मचारियों पर जूरी प्रणाली का प्रयोग” भी मेरे द्वारा प्रस्तावित एक महत्वपूर्ण प्रस्ताव है. इसका तात्पर्य है कि यदि कोई व्यक्ति कारपोरेशन के किसी भी कर्मचारी के विरूद्ध कोई शिकायत दर्ज कराता है तो मतदाता सूची से 12-15-25 नागरिकों को लौटरी सिस्टम से चुना जायेगा. और वे नागरिक ही यह तय करेंगे कि उक्त कर्मचारी को दंड देना है अथवा नही, कितना और क्या दंड देना है, उसे नौकरी में बनाये रखना है या नौकरी से हटा देना है. मैं दावे के साथ कह सकता हूँ कि इस कानून के लागू होने से भ्रष्टाचार एवं अन्याय में बहुत कमी आएगी.
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अन्य मुद्दे हैं- फूटपाथ को चौड़ा करना, म्युनिसिपल कारपोरेशन स्कूलों में शिक्षा स्तर सुधारने हेतु राइट टू रिकॉल नगर शिक्षा अधिकारी, सभी पानी के कनेक्शनो पर मीटर लगाना ताकि 24 घंटे पानी की निर्बाध आपूर्ति की जा सके आदि.
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धन्यवाद !
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अहमदाबाद निगम चुनाव (म्युनिसिपल कोर्पोरेशन इलेक्शन)- 2015
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उम्मीदवार- राहुल चिमनभाई मेहता
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चुनाव क्षेत्र= १. रानीप (चुनाव चिन्ह= प्रेशर कूकर), २. ठक्कर बापानगर (चुनाव चिन्ह= बैटरी टॉर्च)
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नमस्कार मित्रों,
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मेरा नाम राहुल चिमनभाई मेहता है. सन 1999 से लेकर अब तक मैं भारत में राइट टू रिकॉल, जूरी सिस्टम आदि जैसे उपयोगी एवं सुधारात्मक कानून लाने का प्रयास करता आ रहा हूँ. और अपने इस उद्देश्य के सम्बन्ध में अधिक से अधिक लोगों को जागरूक करने हेतु मैंने 2009 ई. से लेकर अब तक कई चुनाव भी लडे हैं.
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मेरी शैक्षणिक पृष्ठभूमि का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है- मैंने 1990 ई. में आइआइटी दिल्ली से कम्प्यूटर साइंस से बीटेक की डिग्री प्राप्त की. उसके बाद मैंने न्यू जर्सी स्टेट यूनिवर्सिटी से एमएस किया. फिर लगभग 7 साल तक मैंने अमेरिका में कॉन्ट्रैक्ट बेसिस पर नौकरी की. इस बीच अमेरिका में मैंने वहां की पुलिस, न्यायालय आदि सम्बन्धी कानूनों का अध्ययन एवं अवलोकन किया.1999 ई. में मैं भारत वापस आ गया.
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तब से लेकर अब तक मैं भारत में राइट टू रिकॉल, जूरी सिस्टम आदि जैसे उपयोगी कानून लाने का प्रयास कर रहा हूँ. इस हेतु मैंने कई चुनाव भी लडे हैं. इस बार मैं अहमदाबाद म्युनिसिपल कोर्पोरेशन इलेक्शन- 2015 में स्वतंत्र उम्मीदवार के तौर पर दो वार्डों से खड़ा हूँ. ठक्कर बापानगर से मेरा क्रमांक 12 है और चुनाव चिन्ह बैटरी टॉर्च है. रानीप से मेरा क्रमांक 14 है तथा चुनाव चिन्ह प्रेशर कूकर है.
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इस चुनाव में खड़ा होने का मेरा उद्देश्य है- “राइट टू रिकॉल पार्षद” और “राइट टू रिकॉल मेयर” का क़ानून लाना जिससे निगम में भ्रष्टाचार तथा अन्याय में कमी आएगी. मेरे द्वारा प्रस्तावित दूसरा महत्वपूर्ण कानून सुधार है- “म्युनिसिपल कर्मचारियों पर जूरी प्रणाली का प्रयोग”.
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वर्तमान समय में रानीप में ट्रैफिक और गटर सम्बन्धी समस्याएं प्रमुख हैं. ट्रैफिक की समस्या रेलवे क्रोसिंग के कारण है. इसका समाधान है रेलवे क्रोसिंग को चौड़ा करना, अंडरपास को चौड़ा करना एवं नए अंडरपास बनवाना.
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रेलवे क्रोसिंग को चौड़ा करने का कार्य मात्र 15 दिन- एक महीने के समय में पूरा हो सकता है. बावजूद इसके पिछले 500 दिनों में यह कार्य नही किया गया. कांग्रेस ने यह कार्य पिछले 6 वर्षों से नही किया. इसी प्रकार अंडरपास को चौड़ा करने का कार्य भी नही हुआ. ओवरब्रिज बनवाने में कुछ अधिक समय लग सकता है, लेकिन यह कार्य इतना भी भारी नही है कि पिछले 6- 8 वर्षों में भी न हो सका. दूसरी प्रमुख समस्या गटर लाइन की है. इसका समाधान है कि रानीप की गटर लाइन को “सुभाष ब्रिज” ओपन कैनाल के साथ जोड़ दिया जाये.
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अहमदाबाद में साबरमती नदी का बहाव उत्तर से दक्षिण की ओर है. इसका अर्थ है कि भूमि की ढलान उत्तर से दक्षिण की ओर है. इसीलिए मेरा सुझाव रानीप की गटर लाइनों को सुभाष ब्रिज” ओपन कैनाल के साथ जोड़ने का है.
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“म्युनिसिपल कर्मचारियों पर जूरी प्रणाली का प्रयोग” भी मेरे द्वारा प्रस्तावित एक महत्वपूर्ण प्रस्ताव है. इसका तात्पर्य है कि यदि कोई व्यक्ति कारपोरेशन के किसी भी कर्मचारी के विरूद्ध कोई शिकायत दर्ज कराता है तो मतदाता सूची से 12-15-25 नागरिकों को लौटरी सिस्टम से चुना जायेगा. और वे नागरिक ही यह तय करेंगे कि उक्त कर्मचारी को दंड देना है अथवा नही, कितना और क्या दंड देना है, उसे नौकरी में बनाये रखना है या नौकरी से हटा देना है. मैं दावे के साथ कह सकता हूँ कि इस कानून के लागू होने से भ्रष्टाचार एवं अन्याय में बहुत कमी आएगी.
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अन्य मुद्दे हैं- फूटपाथ को चौड़ा करना, म्युनिसिपल कारपोरेशन स्कूलों में शिक्षा स्तर सुधारने हेतु राइट टू रिकॉल नगर शिक्षा अधिकारी, सभी पानी के कनेक्शनो पर मीटर लगाना ताकि 24 घंटे पानी की निर्बाध आपूर्ति की जा सके आदि.
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धन्यवाद !
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