Friday, March 11, 2016

कुछ लोगो ने फिर से चर्च पर हमला करके तोड़ फोड़ की है, और ऐसी घटनाओ से मिशनरीज़ को भारत में और भी मजबूत होने का मौका मिलेगा। (7-Mar-2016) No.2

March 7, 2016 No.2

https://www.facebook.com/mehtarahulc/posts/10153326342186922

कुछ लोगो ने फिर से चर्च पर हमला करके तोड़ फोड़ की है, और ऐसी घटनाओ से मिशनरीज़ को भारत में और भी मजबूत होने का मौका मिलेगा। 

http://indianexpress.com/…/bajrang-dal-men-allegedly-vanda…/

पेड इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार 'कुछ लोगो ने रायपुर के एक गाँव में संचालित चर्च पर हमला करके तोड़ फोड़ की है। कुछ स्थानीय नागरिको का कहना है कि तोड़ फोड़ करने वाले 'जय श्री राम' के नारे लगा रहे थे'। 

हमलावरों का आरोप है कि चर्च धर्मांतरण कर रहा है। पर ये बात सबको पता है कि मिशनरीज भारत में चर्च धर्मांतरण के लिए ही चलाती है सेवा के लिए नही। लेकिन इस प्रकार के हमले मिशनरीज को बहुराष्ट्रीय कम्पनियों से और भी ज्यादा अनुदान लेने का अवसर देंगे, जिससे मिशनरीज के संसाधन और भी बढ़ जाएंगे। और सबसे बदतर हालात तब हो सकते है, जब इस तरह की सिलसिले वार घटनाओ के होने पर मिशनरीज उनका दमन होने का हवाला देकर बहुराष्ट्रीय कम्पनियों को भारत पर बल प्रयोग करने के लिए तैयार कर दे। तब हमारे पास प्रतिरोध के लिए कोई उपाय शेष नही रहेगा और भारत में करोड़ो की संख्या में धर्मांतरण होंगे। इसीलिए हमें धर्मांतरण रोकने के इस प्रकार की 'सीधी कार्यवाही' से बाज आना चाहिए और उन कानूनो को लागू करने की मांग करनी चाहिये जिससे धर्मांतरण पर वास्तविक रोक लगे। 

धर्मांतरण रोकने का उपाय सरकारी स्कूल/अस्पतालों की हालत सुधारने और गरीबी दूर करने के लिए आवश्यक कानूनो को लागू करना है। राईट टू रिकॉल शिक्षा अधिकारी , राइट टू रिकॉल चिकित्सा अधिकारी , राष्ट्रीय देवालय प्रबंधन अधिनियम एवं एमआरसीएम कानूनो के गैजेट में प्रकाशित करके धर्मांतरण को लगभग शून्य तक किया जा सकता है। लेकिन इस तरह के फौजदारी हमले समस्या को सिर्फ बढ़ावा देंगे। 

प्रस्तावित कानूनो के ड्राफ्ट इस लिंक पर देखें जा सकते है --https://web.facebook.com/notes/809761655808739

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