Monday, July 20, 2015

मीनाक्षी हत्याकांड (दिल्ली की लड़की जिस पर 35 बार चाकू से वार किये गए) और मोदी-सोनिया केजरीवाल की नौटंकी (21-Jul-2015) No.2

July 21, 2015

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मीनाक्षी हत्याकांड (दिल्ली की लड़की जिस पर 35 बार चाकू से वार किये गए) और मोदी-सोनिया केजरीवाल की नौटंकी ।
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एक तरफ सोनिया-मोदी-केजरीवाल महिलाओं के खिलाफ हुए हिंसक अपराधो में नागरिको की जूरी द्वारा सार्वजनिक नार्को टेस्ट लेने के कानूनों को गेजेट में प्रकाशित करने का विरोध करते है और दूसरी तरफ ये लोग ऐसे बर्बर हत्याकांड पर घडियाली आंसू बहाते है।
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जो जुर्म करते है उतने बुरे नही होते
सजाएं न दे कर अदालत बिगाड़ देती है
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व्यक्ति शुरुआत सामान्य अपराधो से करता है, लेकिन जब उसे दंडित नही किया जाता तो उसके हौसले बढ़ जाते है और वह बर्बर वारदातें करने के लिए प्रोत्साहित होता है। इस मामले में भी दोनों आरोपी युवक जिन्होंने लड़की को चाकू से 35 बार छलनी किया, पूर्व में लडकियों के साथ दुर्व्यवहार और उन पर एसिड अटेक करने की धमकियाँ देने के आरोपी रहे है। लेकिन ज्यूरी ट्रायल और सार्वजनिक रूप से नार्को टेस्ट जैसे कानूनों के अभाव में इन्हें दण्डित नही किया जा सका और इन्होने और भी गंभीर अपराध करना तय किया।
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पीडिता ने इन लडको के खिलाफ दुर्व्यवहार और एसिड अटेक की धमकियों की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी, लेकिन चूंकि ऐसे मामलों में चश्मदीद गवाहों का मिलना मुश्किल होता है, अत: सबूतों के अभाव में पुलिस को उन्हें छोड़ना पड़ा।
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इसका समाधान ज्यूरी ट्रायल और सार्वजनिक नार्को टेस्ट से किया जा सकता है। ज्यूरी नार्को टेस्ट की सहायता से अपराधी की हरकत और गंभीरता का पर्याप्त अनुमान लगा सकती है ताकि उनकी तम्बीह की जा सके।
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लेकिन मोदी-सोनिया और केजरीवाल तीनो ही बेशर्मी से महिलाओं के खिलाफ अपराधो में सार्वजनिक नार्को टेस्ट और ज्यूरी ट्रायल का विरोध कर रहे है। 
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समाधान
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यदि आप स्त्री के खिलाफ अपराधो के मामलो में ज्यूरी ट्रायल और सार्वजनिक नार्को टेस्ट का समर्थन करते है तो अपने सांसद को यह आर्डर भेजे कि इन कानूनों को गेजेट में प्रकाशित किया जाए।
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tinyurl .com/JuryNichliCourt
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tinyurl .com/NarcoJury
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सांसद को भेजे जाने वाले आदेश का नमूना तथा सांसद को SMS द्वारा आदेश क्यों भेजे जाने चाहिए, यह जानने के लिए कॉमेंट बॉक्स में दर्ज़ लिंक को देखे। 

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