January 28, 2016 No.4
https://www.facebook.com/mehtarahulc/posts/10153256937041922
राजीव भाई दीक्षित के लिए पद्म विभूषण अलंकरण --- यह देखना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि, भारत स्वाभिमान ट्रस्ट के कार्यकर्ताओ और संघ के स्वयंसेवको ने मोदी साहेब के सामने स्वर्गीय राजीव भाई दीक्षित को पद्म विभूषण से अलंकृत करने की मांग रखने से इंकार कर दिया।
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हम रिकालिस्ट्स जल्दी ही इस सम्बन्ध में प्रधानमंत्री को एसएमएस द्वारा आदेश भेजना शुरू करेंगे तथा अन्य मतदाताओ से भी आग्रह करेंगे कि वे प्रधानमंत्री को आदेश भेजे कि राष्ट्रबंधु स्वर्गीय राजीव दीक्षित को पद्म विभूषण से अलंकृत किया जाए।
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लेकिन यह बात ध्यान देने योग्य है कि --- अब तक एक भी संघ सेवक और भारत स्वाभिमान के कार्यकर्ता ने अपने ट्विटर हेंडल से प्रधानमंत्री कार्यालय के सामने यह मांग नहीं रखी है कि राजीव भाई को पद्म विभूषण पुरस्कार दिया जाए।
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और श्री मोहन भागवत ने तो आज तक उनका नाम भी नहीं लिया है, प्रशंषा करना तो दूर की बात है।
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मोदी साहेब ने भी न तो आज तक राजीव भाई की प्रशंषा की न ही उनके भागीरथ कार्यो के लिए कभी उन्हें धन्यवाद कहा।
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हालांकि राजीव भाई जैसी शख्शियत का रुतबा भारत रत्न का है, और उनकी हैसियत को किसी पुरस्कार की आवश्यकता नहीं। लेकिन इस समय उनके कार्यों के बारे में बहुत कम लोग परिचित है। लगभग 2 करोड़ नागरिको ने ही उनका नाम सुना होगा। इसलिए हम उनके लिए मौजूदा हालात में पद्म विभूषण की मांग कर सकते है। इससे उनके व्याख्यानों को ज्यादा लोग सुनेंगें और ज्यादा से ज्यादा नागरिको को उनके बारे में जानकारी मिलेगी।
https://www.facebook.com/mehtarahulc/posts/10153256937041922
राजीव भाई दीक्षित के लिए पद्म विभूषण अलंकरण --- यह देखना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि, भारत स्वाभिमान ट्रस्ट के कार्यकर्ताओ और संघ के स्वयंसेवको ने मोदी साहेब के सामने स्वर्गीय राजीव भाई दीक्षित को पद्म विभूषण से अलंकृत करने की मांग रखने से इंकार कर दिया।
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हम रिकालिस्ट्स जल्दी ही इस सम्बन्ध में प्रधानमंत्री को एसएमएस द्वारा आदेश भेजना शुरू करेंगे तथा अन्य मतदाताओ से भी आग्रह करेंगे कि वे प्रधानमंत्री को आदेश भेजे कि राष्ट्रबंधु स्वर्गीय राजीव दीक्षित को पद्म विभूषण से अलंकृत किया जाए।
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लेकिन यह बात ध्यान देने योग्य है कि --- अब तक एक भी संघ सेवक और भारत स्वाभिमान के कार्यकर्ता ने अपने ट्विटर हेंडल से प्रधानमंत्री कार्यालय के सामने यह मांग नहीं रखी है कि राजीव भाई को पद्म विभूषण पुरस्कार दिया जाए।
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और श्री मोहन भागवत ने तो आज तक उनका नाम भी नहीं लिया है, प्रशंषा करना तो दूर की बात है।
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मोदी साहेब ने भी न तो आज तक राजीव भाई की प्रशंषा की न ही उनके भागीरथ कार्यो के लिए कभी उन्हें धन्यवाद कहा।
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हालांकि राजीव भाई जैसी शख्शियत का रुतबा भारत रत्न का है, और उनकी हैसियत को किसी पुरस्कार की आवश्यकता नहीं। लेकिन इस समय उनके कार्यों के बारे में बहुत कम लोग परिचित है। लगभग 2 करोड़ नागरिको ने ही उनका नाम सुना होगा। इसलिए हम उनके लिए मौजूदा हालात में पद्म विभूषण की मांग कर सकते है। इससे उनके व्याख्यानों को ज्यादा लोग सुनेंगें और ज्यादा से ज्यादा नागरिको को उनके बारे में जानकारी मिलेगी।
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