Monday, August 10, 2015

आज एक आम आदमी नितिनभाई के साथ क्या हुआ? पढ़िए पूरी घटना| (11-Aug-2015) No.1

August 11, 2015

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आज एक आम आदमी नितिनभाई के साथ क्या हुआ? पढ़िए पूरी घटना|
आज शाम को आयोजन नगर ब्रिज के पास से नितिनभाई बारोट गुजर रहे थे और वहा दो युवाओ को पुलिस के साथ नोंकजोंक करते देखा| पुलिसवाले दोनों को पुलिस जिप में बैठने के लिए बोल रहे थे|
वहा रुक के पुछा तो पता चला की दोनों को १०० रुपये का जुरमाना लगाया है और दोनों युवाने १०० रुपये का जुरमाना भरदेने के बाद, किस जुर्म में जुर्माना लगाया है उसके बारे में पूछा था| परिपत्र दिखाने के लिए पूछा ताकी वो जान सके की जुर्माना की जो कलम लगाई है वो सही है और जुर्माने की रकम सही है| इतनी सी बात पे पुलिसवालों के दोनों को गाडी में बैठ जाओ, पुलिस स्टेशन चलो वहा दिखाते है कहा|
इतना सुनके एक युवा डर गया और भाग खड़ा हुआ| जब की दूसरा डटा रहा और पुलिस स्टेशन चलने के लिए राजी हो गया| पुलिसने नितिनभाई बारोट को आम आदमी का साथ देने के लिए उन्हें भी पुलिस स्टेशन चलने के लिए कहा|
वेजलपुर पुलिस स्टेशन में पुलिस इस्पेक्टरने नितिनभाई को परिपत्र पुलिस स्टेशन में नहीं होता आप इन्टरनेट पे जा के चेक करो, ऐसा कहा| यानी ना तो पुलिसने फील्ड में कानून की जानकारी दी न ही पुलिस स्टेशन में|
पुलिस, ट्राफिक पुलिस आपके किस कलम के जुर्म में कितना रूपया दंड करती है क्या ये पूछना गुना है? अगर है तो वही गुनाह नितिनभाई बारोटने किया|
PI वालंदने तो यहा तक कहा की पुलिस 100 से लेकर 500 तक जुर्माना ले सकती है और वो पुलिस तय करती है|
जब नितिनभाई पटेलने कहा की पुलिस आम आदमी को क्यों कानून की जानकारी नहीं देती है? कौन सी कलम क्या होती है और कितना जुर्माना होता है वो कैसे पता चलेगा? तो वेजलपुर PI वालंद भड़क गए और नितिनभाई को बहार जाने के बोला| अपने अफसरों को नितिनभाई को बहार निकालने के लिए कहा| नितिनभाई ने इस पर कहा की ये पब्लिक प्रॉपर्टी है तो आप ऐसा कैसे कह सकते हो? आम आदमी को हक नहीं की वो लगाये जुर्माने की जानकारी मांग सके? तो PI वालंद खुद खड़े हो गए और नितिनभाई को धक्के मार के पहले ऑफिस से और बाद में परिसर से बहार निकाला| उनके साथ जो युवा था जो रिकॉर्डिंग कर रहा था उसका फ़ोन दुसरे पुलिसवालेने छीन लिया और वीडियो डिलीट करने की कोशिश की| ताकी पुलिस की गुंडागर्दी का किसी को पता न चले| लेकिन जिस पुलिस को कानून की सही नोलेज नहीं उन्हें मोबाईल की नोलेज कैसे होगी! इसी बिच PI वालंद, नितिनभाई को धक्के मारके पुलिस स्टेशन की पार्किंग तक पहुंचा चुके थे| और वापस आते हुए उस युवा को भी बहार फेंकने को कहा| पार्किंग में २०-२५ पुलिसवालोने घेर लिया जैसे की कोई आतंकवादी घुस आया हो और नितिनभाई का ड्राइविंग लाइसेंस मांगने लगे| जब ड्राइविंग लाइसेंस की कॉपी दिखाई तो पुलिसवाले उनसे बत्तमीजी भरे स्वर में कहने लगे ओरिजिनल कहा है? नितिनभाई ने कहा घर पे| तो वे और चिल्लाये की घर पे क्यों है? RC बुक दिखाओ| उस युवा से भी द्रविंग लाइसेंस माँगा गया और जब उसने दिखाया तो एक पुलिसवाले ने कहा की ड्राविंग लाइसेंस जप्त कर लो| तो दुसरे पुलिसवाले ने जप्त भी कर लिया| युवाने पुछा की किस जुर्म में? तो बहस छिड़ गयी और एक पुलिसवालेने दोनों का ड्राविंग लाइसेंस देते हुई "भागो यहा से" कहके नितिनभाई और उस युवा को धक्के मारे|
और दोनों वहा से निकल गए|
कल कमिश्नर ऑफ़ ऑफिस अहमदाबाद की ऑफिस दोपहर 3 बजे फरियाद लिखवाने जा रहे है| सभी से निवेदन है की ज्यादा से ज्यादा लोगो को लेकर CP Office 3 बजे पहोंचे|
और पुलिस की ऐसी गुंडागर्दी के खिलाफ आवाज उठाये|
एक सवाल : ट्राफिक पुलिस आपका चलन काटती है तो क्या कौन सी कलम के कितने रुपये होते है, क्या आप को पता होता है? अगर आप पुलिस को कानून की कलम, जो आप पे लगाई जा रही है उसकी जानकारी मांगे तो आप को देनी चाहिए की नहीं? क्या आप बिना कलम के जानकारी के ही साइन करते है?
जरूर सोचिये| ये लड़ाई वो युवा या नितिनभाई की नहीं है, बल्कि "आम आदमी" की है|
कल 10 अगस्त 2015 CP Office दोपहर 3 बजे
अधिक जानकारी के लिए
नितिनभाई बारोट 9227810104
कौशिक परमार 8141191311
को संपर्क करे|
जय हिन्द|
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